HINDI
(1880-1936)
हिंदी विभाग
श्री स्वामी विवेकानंद शिक्षण संस्था कोल्हापूर द्वारा संचालित, दत्ताजीराव कदम आर्ट्स, सायन्स अड कॉमर्स महाविद्यालय, इचलकरंजी की स्थापना सन 1962 में शिक्षण महर्षी डॉ.बापूजी साळुंखे जी के 'ज्ञान, विज्ञान और सुसंस्कार इसी के लिए शिक्षा का प्रसार' इस आदर्श को सामने रखते हुए की गई है । महाविद्यालय के हिंदी विभाग की स्थापना भी उसी समय सन 1962 में हुई है । और तभी से मानद अध्यापाकों के सहकार्य से हिंदी भाषा में अध्यापन का कार्य होता आ रहा है । इसी साल से ही बी.ए.भाग I,II तथा III के छात्रों को स्नातक तक के अंतर्गत हिंदी भाषा का अध्यापन किया जा रहा है। प्रस्तुत विभाग के छात्र स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपाधियाँ हासील करके अलग-अलग वरिष्ठ पदों पर कार्यरत हैं। सन 2011-12 विभाग का सुवर्ण जयंती वर्ष रहा है । विभाग में बी.ए. के साथ-साथ एम. ए. हिंदी का अध्यापन भी किया जाता है । व्याकरण पर आधारित ब्रिज कोर्स का अध्यापन किया जाता है। C.O.C. के अंतर्गत ‘ग्रामीण पत्रकारिता’ कोर्स भी छात्रों के लिए चलाया जाता है। लगभग तीन महिनों तक चलनेवाले इस कोर्स के पाठ्यक्रम में प्रिंट मिडिया, प्रिंट पत्रकारिता , संपादन तथा संवाददाता इलेक्ट्रोनिक पत्रकारिता, सूचना अधिकार और पत्रकारिता , वृत्तांतलेखन प्रशिक्षण का अध्यापन कार्य किया जाता है । कोर्स पूरा किया जाने पर कोर्स की पूर्ती पर छात्रों को प्रमाणपत्र दिया जाता है। बी.ए.भाग III और एम. ए. के छात्रों के लिए अंतर्गत मूल्यमापन के तहत सेमिनार एवं प्रोजेक्ट एवं होम असायमेंट दिए जाते हैं । 2015 में महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्टी का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। जिसका विषय ‘हिंदी के आँचलिक उपन्यास: महत्त्व और विशेषताएँ रहा है। इस संगोष्टी का मूल उद्देश्य यही रहा है कि, छात्रों को अंचल विशेष का ज्ञान प्राप्त करा देना । 20 मार्च 2020 -21 में महाविद्यालय का हिंदी विभाग और शिवाजी विश्वविद्यालय कोल्हापूर के संयुक्त तत्वावधान में ‘हिंदी में रोजगार के अवसर एवं चुनौतियाँ’ विषय पर आभासी कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसका उद्देश्य हिंदी भाषा में रोजगार के अवसरों तथा उसके लिए आनेवाली चुनौतियों से छात्रों को रूबरू कराना। हर साल छात्रो के लिए ग्रंथालय भेंट, अभ्यासगत सहल तथा शैक्षिक सहल का भी आयोजन किया जाता है । इसीके साथ-साथ हिंदी विभाग की ओर से छात्रों के लिए विविध प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है। 14 सितंबर ‘हिंदी दिवस’ एवं 10 जनवरी ‘विश्व हिंदी दिवस’ बडे – ही हर्षोल्हास के साथ मनाए जाते हैं। इसके उपलक्ष्य में अलग-अलग विषयों पर आधारित भित्तीपत्रक विमोचन समारोह संपन्न होता आ रहा है। तथा महत्त्वपूर्ण विषयो पर विद्वानों के व्याख्यानों का भी आयोजन किया जा चुका है ।
आज तक हिंदी विभाग में निम्नलिखित अध्यापाकों ने सुचारू रूप से अध्यापन का कार्य किया है।
1) सन – 2017 - 2018
1) प्रा. शहाजी शामराव जाधव
2) प्रा. डॉ. दीपक रामा तुपे
2) सन – 2018 – 2019
सत्र-1
1) प्रा. डॉ. शहाजी जाधव
2) प्रा. विश्वनाथ सुतार (28 अप्रैल से 05 जुलाई 2018 )
3) प्रा. डॉ. सुनील बापू बेंद्रे
सत्र-2
- प्रा. डॉ. सुनील बापू बेंद्रे
- प्रा. अंजली महेश उबाळे
- प्रा. अर्चना वसंत तराळ
- प्रा.इरफान नायकवडी
3) सन- 2019 - 2020
1) प्रा. डॉ. सुनील बापू बेंद्रे
2) प्रा. अंजली महेश उबाळे
3) प्रा. अर्चना वसंत तराळ
4) सन- 2020 – 2021
1) प्रा.डॉ. सुनील बापू बेंद्रे
2) प्रा. अंजली महेश उबाळे
3) प्रा. अर्चना वसंत तराळ
5) सन- 2021 – 2022
1) प्रा.डॉ. सुनील बापू बेंद्रे
2) प्रा. अंजली महेश उबाळे
3) प्रा. अर्चना वसंत तराळ
|